अभिनेत्री रेखा
हिंदी चित्रपटसृष्टीतील 'रेखा गणेशन' म्हणजे 'रेखा' कोणाला माहीत नाही ? आज तिचा वाढदिवस ! कितवा वाढदिवस - मी लिहिणार नाही ! भूलोकीवर कोणाच्यातरी शापाने जन्म घ्यावा लागलेल्या आणि वेदना लपवून जगणाऱ्या, मात्र समस्त जगताला आपल्या अभिनयाने आनंदी करणाऱ्या या दुर्दैवी अप्सरा ! यांची वये वाढतच नाहीत, आपली वाढतात ! आयुष्यातील सुखे समोर दिसणारी आणि आपल्याला मात्र मिळणार नाही, हे माहीत असलेली ही, फुलाकडे पाहत आहे; पण पाहतही नाही ! अशी दृष्टी दिसते, ही पाहणारी, त्याच्या पलीकडे, अगदी पार पाहत असलेली ! स्पर्शाने जाणता येते का, या विचारांत असलेली, अशी शून्यातील दृष्टी मनाला व्याकूळ करून सोडते.
'मुकद्दर का सिकंदर' या चित्रपटातील 'अंजान' यांनी लिहिलेले गीत, 'कल्याणजी-आनंदजी' या जोडीने सुमधुर चालीत बांधलेले आणि 'लता मंगेशकर-किशोरकुमार' या जोडीने 'अमिताभ बच्चन - रेखा' या स्वप्नातील जोडीवर चित्रित झालेले हे गीत, त्यामुळे कायम स्मरणांत राहील !
इश्क़ वालों से न पूंछो कि
उनकी रात का आलम तनहा कैसे गुज़रता है
जुदा हो हमसफ़र जिसका, वो उसको याद करता है
न हो जिसका कोई वो मिलने की फ़रियाद करता है
उनकी रात का आलम तनहा कैसे गुज़रता है
जुदा हो हमसफ़र जिसका, वो उसको याद करता है
न हो जिसका कोई वो मिलने की फ़रियाद करता है
सलाम\-ए\-इश्क़ मेरी जाँ ज़रा क़ुबूल कर लो
तुम हमसे प्यार करने की ज़रा सी भूल कर लो
मेरा दिल बेचैन, मेरा दिल बेचैन है हमसफ़र के लिये
तुम हमसे प्यार करने की ज़रा सी भूल कर लो
मेरा दिल बेचैन, मेरा दिल बेचैन है हमसफ़र के लिये
मैं सुनाऊँ तुम्हें बात इक रात की
चांद भी अपनी पूरी जवानी पे था
दिल में तूफ़ान था, एक अरमान था
दिल का तूफ़ान अपनी रवानी पे था
एक बादल उधर से चला झूम के
देखते देखते चांद पर छा गया
चांद भी खो गया उसके आगोश में
उफ़ ये क्या हो गया जोश ही जोश में
मेरा दिल धडका,
मेरा दिल तडपा किसीकी नज़र के लिये
सलामे\-इश्क़ मेरी जां ज़रा क़ुबूल कर लो ...
चांद भी अपनी पूरी जवानी पे था
दिल में तूफ़ान था, एक अरमान था
दिल का तूफ़ान अपनी रवानी पे था
एक बादल उधर से चला झूम के
देखते देखते चांद पर छा गया
चांद भी खो गया उसके आगोश में
उफ़ ये क्या हो गया जोश ही जोश में
मेरा दिल धडका,
मेरा दिल तडपा किसीकी नज़र के लिये
सलामे\-इश्क़ मेरी जां ज़रा क़ुबूल कर लो ...
इसके आगे की अब दास्तां मुझसे सुन
सुनके तेरी नज़र डबडबा जाएगी
बात दिल की जो अब तक तेरे दिल में थी
मेरा दावा है होंठों पे आ जाएगी
तू मसीहा मुहब्बत के मारों का है
हम तेरा नाम सुनके चले आए हैं
अब दवा दे हमें या तू दे दे ज़हर
तेरी महफ़िल में ये दिलजले आए हैं
एक एहसान कर, एहसान कर,
इक एहसान कर अपने मेहमान पर
अपने मेहमान पर एक एहसान कर
दे दुआएं, दे दुआएं तुझे उम्र भर के लिये
सलामे-इश्क़ मेरी जां ज़रा क़ुबूल कर लो ...
सुनके तेरी नज़र डबडबा जाएगी
बात दिल की जो अब तक तेरे दिल में थी
मेरा दावा है होंठों पे आ जाएगी
तू मसीहा मुहब्बत के मारों का है
हम तेरा नाम सुनके चले आए हैं
अब दवा दे हमें या तू दे दे ज़हर
तेरी महफ़िल में ये दिलजले आए हैं
एक एहसान कर, एहसान कर,
इक एहसान कर अपने मेहमान पर
अपने मेहमान पर एक एहसान कर
दे दुआएं, दे दुआएं तुझे उम्र भर के लिये
सलामे-इश्क़ मेरी जां ज़रा क़ुबूल कर लो ...
१० ऑक्टोबर २०१६
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